एक झलक नेरेटिव थेरेपी के पहले सेशन की – पल्लवी रायकर और त्रिशाला कनाकिआ (नेरेटिव थेरेपिस्ट ) द्वारा लिखित
नैरेटिव थेरेपी की स्पेस
मानसिक स्वास्थ्य की थेरेपी के प्रति लोगों को बहुत जिज्ञासा होती है.वहां क्या होता होगा ?लोग किस बारें में बात करते हैं ?क्या वह बात करते हैं ?क्या उनकी मुश्किलें सुलझ जाती है ? ऐसे सवाल लोगों के मन में आते हैं.समय के साथ विविद थेरेपी के तरीके और प्रकिया उभर के आई है। हर एक थेरेपी का अपना अलग नजरिया होता है जो सांस्कृतिक ,राजकीय और सामजिक बदलाव से प्रभावित हुआ है।
इस लेख के जरिये हम नरेटिव थेरेपी’ के सेशन की एक झलक देना चाहते है। नरेटिव थेरेपी एक आदरकारी ,गैर आलोचनात्मक ,संस्कृति से उपयुक्त प्रकिया रखने वाली एक थेरेपी है जो लोगों को अपने जीवन का विशेषज्ञ मानती है। यह लोगों को समस्या से अलग मानती है। उम्मीद की। मानसिक स्वास्थ्य’टीम प्रमुख रूप से डिसेबल्ड बच्चे और उनके परिवारों के साथ काम करते समय इस थेरेपी का उपयोग करती हैं। हमारी यह आशा है के इस लेख से हम आपको एक झलक दे सकें के कैसे एक नेरेटिव थेरेपिस्ट अपने पहले कुछ सेशन के लिए तैयारी करते हैं ,कौनसे ऐसे मूल्य है जिनको वह अहमियत देतें है और कौनसी उम्मीदें वह रखते है।यह लेख टीचर्स ,समाज और कम्मुनिटी कार्य करता ,थेरेपिस्ट और डीसब्लिटी जागरूकता के तरफ काम करनेवालों के लिए उपयोगी हो सकता है.
एक झलक
इस लेख के माध्यम से हमने उम्मीद में डिसेबल्ड बच्चों, युवाओं और उनके परिवारों के साथ अपने काम में नैरेटिव थेरेपी का उपयोग करते हुए कुछ मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनल का इंटरव्यू लिया है। यह लेख उम्मीद में मानसिक स्वास्थ्य टीम की सामूहिक आवाज़ को दर्शIता हैI
एक मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनलके रूप में परिवार के साथ पहले बातचीत में, आप क्या उम्मीदें/ आशा लेकर आते हैं (डिसेबल्ड बच्चों, युवाओं और उनके परिवारों)?
एक उम्मीद यह जानने की है कि बच्चा और परिवार थेरेपी क्यों शुरू करना चाहते हैं और थेरेपी के संदर्भ में वे कौन सी चीजें हैं जिन पर वे काम करने की उम्मीद करते हैं। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनल ने साझा किया कि वे बच्चे और उनके परिवार के बारे में अधिक जानने की आशा लाते हैं, और उनके सामाजिक-आर्थिक संदर्भ (स्कूल, परिवार, संस्कृति, वित्त, क्षमता, लिंग, सामाजिक संबंध आदि) की बेहतर समझ प्राप्त करते हैं। वे आगे बच्चे की ताकत और गुणों के नज़र से बच्चे के बारे में जानने की उम्मीद करते हैं I बातचीत में, देखभाल करने वाले और बच्चे के रिश्ते और बंधन के बारे में जानने की उम्मीद है I मानसिक स्वास्थ्य टीम के सदस्य बच्चे और उसके परिवार से उनकी डिसबिलिटी पर उनके दृष्टिकोण के बारे में सीखना चाहते थे I
कुछ ऐसे मूल्य और नैरेटिव थेरेपी के विचार क्या हैं जो आपकी पहले बातचीत में आप ध्यान रखते हैं?
टीम ने साझा किया कि वे यकीन करते हैं ‘लोग अपने जीवन के विशेषज्ञ हैं’ I बच्चों और परिवारों के कौशल और ज्ञान को महत्व दिया जाना चाहिए I मानसिक स्वास्थ्य टीम के शाहिद ने कहा कि सब कुछ बच्चों और देखभाल करने वालों द्वारा तय किया जाना चाहिए, जब की हम मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनल देखभाल और जिज्ञासा के द्वारा डिसबिलिटी की धारणाएं के बारे में बात करने के लिए जगह बनाएं!
एक और विचार था ‘लोग समस्या नहीं हैं, समस्या समस्या है’ I पल्लवी ने कहा कि पहली बातचीत आमतौर पर बच्चे के आसपास की समस्याओं और चुनौतियों के बारे में होती है, ऐसी स्थितियों में एक छोटी सी पसंदीदा गुणवत्ता या खुशी का पल का पता लगाना महत्वपूर्ण है जो बच्चे/परिवार को समस्या से थोड़ा दूर रखता है।
यदि आप एक नए परिवार को देखते हैं, तो तैयारी के रूप में आप स्वयं को क्या करते हुए देख सकते हैं?
अन्य देखभाल टीम के साथ जुड़ना, बच्चे के साथ तालमेल बनाने के लिए कुछ खेलों की योजना बनाना, समय पर थेरेपी सुनिश्चित करना, बैठक स्थल और विवरण थेरेपिस्ट के बीच कुछ सामान्य प्रतिक्रियाओं में से थे। त्रिशला ने साझा किया कि कैसे डिसेबल्ड लोगों (वीडियो, वार्ता, आत्म-वकालत के माध्यम से) के माध्यम से डिसबिलिटी के बारे में सीखना भी कुछ ऐसा है जो थेरेपी की तैयारी में सहायता करता है।
ऐसे कौनसे अलग तरीके है जिनसे आप बच्चे या देखभालकर्ताओं के साथ पहले सेशन में रिश्ता बढ़ाते है ?कोई ऐसे गेम्स ,एक्टिविटीज ,मुलाकात मार्गदर्शिका ,वीडियो संसाधन है जो अब तक उपयोगी रहे हैं ?
नरेटिव थेरेपी बच्चों के साथ काम करते वक़्त रचनात्मक और विविध तरीको से काम करने को बढ़ावा देती है.कुछ तरीके जो थेरेपिस्ट के लिए उपयोगी रहे है वह है ऐसे गेम्स और खेल जो जिज्ञासा को बढ़ावा देती है ,जैसे २० प्रश्न गेम ,झेन्गा। गुस्सा ,दुःख जैसी भावनाओं के बारें में बात करने के लिए कला के एक्टिविटीज का उपयोग हुआ है -जैसे किताब बनाना ,’मेरी दुनिया’ एक्टिविटी ,
डिसेबल्ड बच्चे या उनके देखभालकर्ताओं पहले सेशन के दौरान क्या आपके कोई कौशल है जो आपके काम आते है ?
थेरेपी स्पेस में यह जरुरी होता है के थेरेपिस्ट सेशन खुदपर केंद्रित न करते हुए भी प्रभावशाली भूमिका निभाए। जैसे परिवार ,बच्चे और युवा सेशन में खुदके कौशल और प्रतिक्रिया देनेके तरीकों के साथ आती थी ,ठीक pउसी तरह थेरेपिस्ट भी इस प्रक्रिया में खुदके ऐसे कौशल जान लेते हैं जो सेशन में जरुरी है। शाहिद ने कहाँ के ‘ध्यान देकर और देखभाल के साथ सुन्ना,इस स्पेस को दोस्ती की स्पेस बनाने के तरीके जानना ,किसी भी मान्यता ,धारणा को धैर्य से समझना’ऐसे कुछ कौशल है जिसे वह महत्वपूर्ण मानता है.
त्रिशाला में कहाँ के ‘डीसब्लिटी के बारें में पढ़ना और जागरूकता बढ़ाना और एक ढांचे या संरचना को आमंत्रित करना’ यह ऐसे कुछ कौशल है जो पहले कुछ सेशन में उसकी मदत करते हैं। अदिति ने कहाँ के ‘चेक इन’ और ‘पूछने’ के कौशल एक सहज वातावरण तैयार करने में और खुलापन लाने में मदत करते हैं
ऐसे कौनसे सवाल/नेरेटिव सवाल है जो आपको पहले सेशन में मदत करते हैं ?
नेरेटिव थेरेपी में यह देखा गया है के कोई भी सवाल एक आमंत्रण होता है खुदके कौशल पर चिंतन करना ,अपनी चुनी हुई कहानी को देखनेका ,अपने जीवन की अद्भुत और निराली कहानियों पर ध्यान देनेका जिनपर पहले शायद ध्यान ना गया हो। हमारे थेरेपिस्ट ने कहाँ के ऐसे कुछ सवाल है जिनका परिवारों का ,बच्चों का ,युवाओं का समस्या के तरफ देखने के नज़रिये पर ,पहचान पर ,अभिकर्तुत्व पर काफी प्रभाव हुआ है ,
यह सवाल कुछ ऐसे थे
- ऐसी कौनसी चीज़ें है जो आप अपने बच्चों के साथ मिलकर करने पर आपका दिन ख़ुशी भरा जायेगा ?
- आपकी थेरेपी से क्या उम्मीदें है ?यह उम्मीदें क्यों महत्वपूर्ण है ?
- आपकी खुदके बारें में सबसे पसंदीदा चीज़ क्या है ?
- अगर आपको बताना हो के आपको खुदकी कौनसी चीज़ प्यारी लगती है ,तो आप क्या कहेंगे
- आपके लिए सहयोग या सहारा कैसा दीखता है ?
- आपको कौनसी बात से गर्व महसूस होता है ?क्या इससे जुडी कोई कहानी है ?
- क्या आप बता सकते हैं के आपके बच्चे के बारें में आप कौनसे गुणों की आप सराहना करते हैं ?
- आपके और आपके बच्चे के रिश्ते की ख़ूबसूरती क्या है ?
निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि यह लेख प्रारंभिक नैरेटिव थेरेपी सत्र को तैयार करने और करने के रचनात्मक और विविध तरीकों के बारे में कुछ विचार प्रदान करने में सक्षम रहा है। हम इस बात से भी अवगत हैं कि बच्चों, युवाओं और उनके परिवारों के साथ नैरेटिव थेरेपी में शामिल होने के उनके असंख्य तरीके कैसे हो सकते हैं।
हम आपसे सीखना पसंद करेंगे:
- वे कौन से विविध तरीके, कौशल, मूल्य हैं जो नैरेटिव थेरेपी सत्र करने में आपकी सहायता करते हैं?
- क्या इस लेख से कोई विशेष विचार है जो आपके साथ जुड़ा हुआ है? अगर हाँ, तो ऐसा क्यों?
- यदि आप एक चित्र बनाना चाहते हैं कि एक प्रारंभिक नैरेटिव थेरेपी सत्र कैसा दिखेगा? आप क्या आकर्षित करेंगे?
.